[ad_1]
ख़बर सुनें
नई दिल्ली। इंजीनियरिंग के छात्र अब जनरल डिग्री प्रोग्राम की तर्ज पर बीटेक ऑनर्स की पढ़ाई कर सकेंगे। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) आगामी सत्र से बीटेक ऑनर्स, माइनर डिग्री शुरू कर रहा है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचैन, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, इंटरनेट ऑफ थिकिंग (आईओटी), सिस्टम इंजीनियरिंग, 3डी प्रिंटिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सेंसर टेक्नोलॉजी समेत कुल 39 कोर्स की पढ़ाई होगी। मौजूदा समय में इन विशेषज्ञों की मांग को देखते हुए आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी भी इन कोर्स को अपने बीटेक प्रोग्राम में शामिल कर रहे हैं। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सभी कॉलेजों में आगामी सत्र से बीटेक ऑनर्स भी शुरू हो रहा है। इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक के साथ बीटेक ऑनर्स या माइनर डिग्री प्रोग्राम चलेगा। यदि कोई छात्र सामान्य इंजीनियरिंग कोर्स के साथ दो या उससे अधिक कोर्स लेता है तो ऑनर्स और एक कोर्स लेता है तो माइनर डिग्री मिलेगी। एआईसीटीई ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के तहत मान्यता व दाखिला नियमों में जो बदलाव किया है, उसमें यह भी शामिल है। अभी तक बीटेक में 251 एरिया में इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती थी।
—
रोजगार के मौके बढ़ेंगे
कोई छात्र यदि इन कोर्स में बीटेक ऑनर्स डिग्री लेता है तो उसके लिए रोजगार से लेकर आगे शोध क्षेत्र में अपार संभावनाएं होंगी। दरअसल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन एरिया के विशेषज्ञों की सबसे अधिक मांग है। इन कोर्स में पढ़ाई के चलते एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त कॉलेजों के बीटेक छात्रों के लिए आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी जैसे दिग्गज इंजीनियरिंग संस्थानों में मास्टर और पीएचडी के दरवाजे खुल जाएंगे।
‘बीटेक डिग्री की पढ़ाई के साथ अब छात्रों के पास बीटेक ऑनर्स का विकल्प भी होगा। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन 39 कोर्स के विशेषज्ञों की मांग है। छात्र यदि कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के साथ एआई लेता है तो उसके पास 20 अतिरिक्त क्रेडिट होंगे। ऐसे ही अन्य कोर्स में भी क्रेडिट का लाभ मिलेगा।’ – प्रोफेसर राजीव कुमार, सदस्य सचिव, एआईसीटीई
—-
-इन कोर्स में पढ़ाई का मौका
बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचैन, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, इंटरनेट ऑफ थिकिंग(आईओटी),वर्चुअल ऑफ एगुमेंटेड रियलिटी में ऑनर्स होगा। जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और मेकैनिकल इंजीनियरिंग में सिस्टम इंजीनियरिंग रहेगा। इसके अलावा मेकैनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग में 3डी प्रिंटिंग होगा। मेकैनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रिक व्हीकल, सेंसर टेक्नोलाजी रहेगी। वहीं, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में माइक्रोग्रिड टेक्नोलॉजी जोड़ा गया है। इसके अलावा सिविल इंजीनियरिंग में इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग, इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग, अर्थक्यूक इंजीनियरिंग, वाइरवेज ट्रांसपोर्ट इंजीनियरिंग, लीन कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी शामिल है। बॉयोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में आर्ग्रेन प्रिंटिंग टेक् नोलॉजी, न्यूट्रिशियन टेक् नोलॉजी, ड्रग इंजीनियरिंग व सेल्यूलर एग्रीक्लचरल होगा। वहीं, कैमिकल इंजीनियरिंग में एक्आ फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई जुड़ेंगी।
नई दिल्ली। इंजीनियरिंग के छात्र अब जनरल डिग्री प्रोग्राम की तर्ज पर बीटेक ऑनर्स की पढ़ाई कर सकेंगे। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) आगामी सत्र से बीटेक ऑनर्स, माइनर डिग्री शुरू कर रहा है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचैन, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, इंटरनेट ऑफ थिकिंग (आईओटी), सिस्टम इंजीनियरिंग, 3डी प्रिंटिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सेंसर टेक्नोलॉजी समेत कुल 39 कोर्स की पढ़ाई होगी। मौजूदा समय में इन विशेषज्ञों की मांग को देखते हुए आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी भी इन कोर्स को अपने बीटेक प्रोग्राम में शामिल कर रहे हैं। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सभी कॉलेजों में आगामी सत्र से बीटेक ऑनर्स भी शुरू हो रहा है। इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक के साथ बीटेक ऑनर्स या माइनर डिग्री प्रोग्राम चलेगा। यदि कोई छात्र सामान्य इंजीनियरिंग कोर्स के साथ दो या उससे अधिक कोर्स लेता है तो ऑनर्स और एक कोर्स लेता है तो माइनर डिग्री मिलेगी। एआईसीटीई ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के तहत मान्यता व दाखिला नियमों में जो बदलाव किया है, उसमें यह भी शामिल है। अभी तक बीटेक में 251 एरिया में इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती थी।
—
रोजगार के मौके बढ़ेंगे
कोई छात्र यदि इन कोर्स में बीटेक ऑनर्स डिग्री लेता है तो उसके लिए रोजगार से लेकर आगे शोध क्षेत्र में अपार संभावनाएं होंगी। दरअसल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन एरिया के विशेषज्ञों की सबसे अधिक मांग है। इन कोर्स में पढ़ाई के चलते एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त कॉलेजों के बीटेक छात्रों के लिए आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी जैसे दिग्गज इंजीनियरिंग संस्थानों में मास्टर और पीएचडी के दरवाजे खुल जाएंगे।
‘बीटेक डिग्री की पढ़ाई के साथ अब छात्रों के पास बीटेक ऑनर्स का विकल्प भी होगा। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन 39 कोर्स के विशेषज्ञों की मांग है। छात्र यदि कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के साथ एआई लेता है तो उसके पास 20 अतिरिक्त क्रेडिट होंगे। ऐसे ही अन्य कोर्स में भी क्रेडिट का लाभ मिलेगा।’ – प्रोफेसर राजीव कुमार, सदस्य सचिव, एआईसीटीई
—-
-इन कोर्स में पढ़ाई का मौका
बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचैन, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, इंटरनेट ऑफ थिकिंग(आईओटी),वर्चुअल ऑफ एगुमेंटेड रियलिटी में ऑनर्स होगा। जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और मेकैनिकल इंजीनियरिंग में सिस्टम इंजीनियरिंग रहेगा। इसके अलावा मेकैनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग में 3डी प्रिंटिंग होगा। मेकैनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रिक व्हीकल, सेंसर टेक्नोलाजी रहेगी। वहीं, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में माइक्रोग्रिड टेक्नोलॉजी जोड़ा गया है। इसके अलावा सिविल इंजीनियरिंग में इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग, इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग, अर्थक्यूक इंजीनियरिंग, वाइरवेज ट्रांसपोर्ट इंजीनियरिंग, लीन कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी शामिल है। बॉयोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में आर्ग्रेन प्रिंटिंग टेक् नोलॉजी, न्यूट्रिशियन टेक् नोलॉजी, ड्रग इंजीनियरिंग व सेल्यूलर एग्रीक्लचरल होगा। वहीं, कैमिकल इंजीनियरिंग में एक्आ फूड टेक्नोलॉजी की पढ़ाई जुड़ेंगी।
Source link
Leave a Comment