Sp Leader’s Brother Was Murdered For Getting Money Stuck In A Bike Boat – बाइक बोट में पैसा फंसने पर हुई थी सपा नेता के भाई की हत्या - NOFAA

Sp Leader’s Brother Was Murdered For Getting Money Stuck In A Bike Boat – बाइक बोट में पैसा फंसने पर हुई थी सपा नेता के भाई की हत्या

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ग्रेटर नोएडा। दादरी के लुहारली गांव में हुई सपा नेता महेश भाटी के भाई दिनेश भाटी की हत्या, बाइक बोट में रकम फंसने पर हुई थी। इस मामले में बीते बुधवार को समर्पण करने वाले सोनू भाटी सहित लुहारली के ही रहने वाले अमित और दीपक को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले का खुलासा किया है। दिनेश भाटी पर गोलियां बरसाने वाला रणदीप गिरोह का शूटर पवन अभी फरार है। पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये इनाम घोषित किया है। नॉलेज पार्क दफ्तर में बृहस्पतिवार को पुलिस ने प्रेसवार्ता कर पूरे मामले का खुलासा किया।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दिनेश भाटी की लुहारली गांव के गेट पर बीती नौ मई को तीन गोलियां मारकर हत्या की गई थी। हत्या के मुख्य आरोपी सोनू ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दिनेश के कहने पर उसने बाइक बोट कंपनी में 50 हजार रुपये लगाए थे। बाद में पैसा कंपनी में फंस गया था। हत्या से सप्ताह भर पहले सोनू अपने दोस्तों के साथ दिनेश से पैसा मांगने उसकी नर्सरी पर गया था। सोनू के पैसा मांगने पर दिनेश ने उसकी कनपटी पर तमंचा रखकर गाली-गलौच की थी। पुलिस के अनुसार पैसा फंसने और दोस्तों के सामने बेइज्जत होने पर सोनू ने दिनेश की हत्या की साजिश रची। आठ मई को सभी आरोपियों ने शराब पी और नौ मई को दिनेश की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल बाइक, पिस्टल, तमंचा व कारतूस बरामद किए हैं। डीसीपी ने मामले का खुलासा करने वाले एसीपी नितिन कुमार, इंस्पेक्टर दादरी प्रदीप त्रिपाठी, दरोगा सत्यवीर सिंह व उनकी टीम को 25 हजार रुपये इनाम दिया है।
व्हाट्सएप कॉल कर बुलाया शूटर
हत्या में शामिल दीपक ने व्हाट्सएप कॉल कर लोनी से रणदीप भाटी गिरोह के शूटर पवन को बुलाया था। पवन दोनों हाथों में पिस्टल लेकर गोली चलाने में माहिर है।
दिनेश की रंजिश का फायदा उठाने की थी योजना
दोस्त होने की वजह से सोनू जानता था कि दिनेश के परिवार की गांव में ही एक परिवार से रंजिश चल रही है। महेश के बेटे की भी पूर्व में हत्या कर दी गई थी। उस मामले में पुनीत व उसके परिवार से रंजिश चल रही है। उसका अनुमान था कि दिनेश की हत्या में पुनीत व उसके परिवार के लोग ही फंसेंगे। वहीं दिनेश की हत्या के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा नेता के घर प्रतिनिधि मंडल भेजा था। इस मामले से शासन-प्रशासन की बड़ी किरकिरी हो रही थी।
रकम दोगुनी करने के लालच में लगाया था पैसा
सोनू ने रकम दोगुनी करने के लालच में दिनेश के कहने पर बाइक बोट में पैसा लगाया था। बाइक बोट कंपनी में देश भर से लोगों की अरबों की रकम फंसी हुई है। सभी निवेशकों को एक साल में दोगुनी रकम वापस करने का झांसा दिया गया था। कंपनी मालिक चीती गांव निवासी संजय भाटी समेत कई अन्य आरोपित वर्तमान में जेल में बंद है।
पुलिस पर लगाया फर्जी खुलासे का आरोप
मुख्य आरोपी सोनू भाटी के अधिवक्ता भाई नीरज भाटी ने पुलिस पर फर्जी खुलासे का आरोप लगाया है। नीरज का कहना है कि पुलिस ने बुधवार को सोनू को पूछताछ के लिए दादरी कोतवाली बुलाया था। उन्होंने सोनू के कोतवाली जाने का वीडियो भी बनाया है। पुलिस ने रात में जबरन उसे रोक लिया और बृहस्पतिवार को उसकी गिरफ्तारी दिखा दी। उन्होंने कहा कि इस मामले को वे उच्चाधिकारियों तक ले जाएंगे।

ग्रेटर नोएडा। दादरी के लुहारली गांव में हुई सपा नेता महेश भाटी के भाई दिनेश भाटी की हत्या, बाइक बोट में रकम फंसने पर हुई थी। इस मामले में बीते बुधवार को समर्पण करने वाले सोनू भाटी सहित लुहारली के ही रहने वाले अमित और दीपक को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले का खुलासा किया है। दिनेश भाटी पर गोलियां बरसाने वाला रणदीप गिरोह का शूटर पवन अभी फरार है। पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये इनाम घोषित किया है। नॉलेज पार्क दफ्तर में बृहस्पतिवार को पुलिस ने प्रेसवार्ता कर पूरे मामले का खुलासा किया।

डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दिनेश भाटी की लुहारली गांव के गेट पर बीती नौ मई को तीन गोलियां मारकर हत्या की गई थी। हत्या के मुख्य आरोपी सोनू ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दिनेश के कहने पर उसने बाइक बोट कंपनी में 50 हजार रुपये लगाए थे। बाद में पैसा कंपनी में फंस गया था। हत्या से सप्ताह भर पहले सोनू अपने दोस्तों के साथ दिनेश से पैसा मांगने उसकी नर्सरी पर गया था। सोनू के पैसा मांगने पर दिनेश ने उसकी कनपटी पर तमंचा रखकर गाली-गलौच की थी। पुलिस के अनुसार पैसा फंसने और दोस्तों के सामने बेइज्जत होने पर सोनू ने दिनेश की हत्या की साजिश रची। आठ मई को सभी आरोपियों ने शराब पी और नौ मई को दिनेश की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल बाइक, पिस्टल, तमंचा व कारतूस बरामद किए हैं। डीसीपी ने मामले का खुलासा करने वाले एसीपी नितिन कुमार, इंस्पेक्टर दादरी प्रदीप त्रिपाठी, दरोगा सत्यवीर सिंह व उनकी टीम को 25 हजार रुपये इनाम दिया है।

व्हाट्सएप कॉल कर बुलाया शूटर

हत्या में शामिल दीपक ने व्हाट्सएप कॉल कर लोनी से रणदीप भाटी गिरोह के शूटर पवन को बुलाया था। पवन दोनों हाथों में पिस्टल लेकर गोली चलाने में माहिर है।

दिनेश की रंजिश का फायदा उठाने की थी योजना

दोस्त होने की वजह से सोनू जानता था कि दिनेश के परिवार की गांव में ही एक परिवार से रंजिश चल रही है। महेश के बेटे की भी पूर्व में हत्या कर दी गई थी। उस मामले में पुनीत व उसके परिवार से रंजिश चल रही है। उसका अनुमान था कि दिनेश की हत्या में पुनीत व उसके परिवार के लोग ही फंसेंगे। वहीं दिनेश की हत्या के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा नेता के घर प्रतिनिधि मंडल भेजा था। इस मामले से शासन-प्रशासन की बड़ी किरकिरी हो रही थी।

रकम दोगुनी करने के लालच में लगाया था पैसा

सोनू ने रकम दोगुनी करने के लालच में दिनेश के कहने पर बाइक बोट में पैसा लगाया था। बाइक बोट कंपनी में देश भर से लोगों की अरबों की रकम फंसी हुई है। सभी निवेशकों को एक साल में दोगुनी रकम वापस करने का झांसा दिया गया था। कंपनी मालिक चीती गांव निवासी संजय भाटी समेत कई अन्य आरोपित वर्तमान में जेल में बंद है।

पुलिस पर लगाया फर्जी खुलासे का आरोप

मुख्य आरोपी सोनू भाटी के अधिवक्ता भाई नीरज भाटी ने पुलिस पर फर्जी खुलासे का आरोप लगाया है। नीरज का कहना है कि पुलिस ने बुधवार को सोनू को पूछताछ के लिए दादरी कोतवाली बुलाया था। उन्होंने सोनू के कोतवाली जाने का वीडियो भी बनाया है। पुलिस ने रात में जबरन उसे रोक लिया और बृहस्पतिवार को उसकी गिरफ्तारी दिखा दी। उन्होंने कहा कि इस मामले को वे उच्चाधिकारियों तक ले जाएंगे।

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