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सुशांत समदर्शी, अमर उजाला, नोएडा Published by: शाहरुख खान Updated Wed, 23 Jun 2021 11:20 AM IST
मौलाना मोहम्मद उमर गौतम और जहांगीर आलम कासमी की गिरफ्तारी के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब एक और नया खुलासा हुआ है। एनसीआर के छह से ज्यादा मूक बधिर स्कूल धर्मांतरण सिंडिकेट के निशाने पर थे। यहां इस्लामिक कनेक्शन ढूंढा जा रहा था। हालांकि, सिंडिकेट के लोग एनसीआर के मूक बधिर स्कूल तक पहुंच पाए या नहीं, इसकी जांच एटीएस कर रही है। एटीएस उन मूक बधिर स्कूलों के बारे में भी पता लगा रही है जहां इस सिंडिकेट के लोगों ने स्टाफ या छात्रों से किसी के माध्यम से संपर्क किया था। एनसीआर के शहरों में 100 से अधिक मूक बधिर या दिव्यांगों के स्कूल या स्किल सेंटर हैं। इनमें देश के कोने-कोने के लोग पढ़ते हैं या ट्रेनिंग लेते हैं। आईएसआई प्रायोजित इस धर्मांतरण सिंडिकेट के तहत पहले दिल्ली से सटे नोएडा डेफ सोसाइटी को प्रमुख केंद्र बनाया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद व अन्य शहरों तक पहुंच बनानी थी।
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