18 दिन में 1100 बुजुर्गों ने लिया कोरोना का टीका - NOFAA

18 दिन में 1100 बुजुर्गों ने लिया कोरोना का टीका

[ad_1]

ख़बर सुनें

फिरोजपुर झिरका। स्थानीय सीएचसी के अंतर्गत 18 दिन में 1100 से अधिक 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण करा चुके हैं। फिरोजपुर झिरका स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ कृष्ण कुमार ने बताया कि सामुदायिक केंद्रों में टीकाकरण किया जा रहा है। इनमें महिलाओं की भागीदारी भी है।
उन्होंने बताया कि ज्यादातर सरकारी विभागों के कर्मचारियों को टीकाकरण के लिए बुलाया जा चुका है। फिर भी कोई सरकारी कर्मचारी या अधिकारी रह गया है तो टीकाकरण करा सकता है। 45 वर्ष से लेकर 59 वर्ष के गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग भी टीकाकरण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह है, लेकिन मुस्लिम समाज के लोग इनमें कम हैं। फिरोजपुर सीएससी के अंतर्गत लगभग अब तक 2200 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों, होमगार्ड, आंगनवाड़ी, आशा वर्कर तथा नपा सफाईकर्मियों को कॉविड वैक्सीन दी जा चुकी है। मुस्लिम समुदाय के पुरुषों और महिलाओं ने 15 टीके लगवाने की पहल की है।
डॉक्टर केके का कहना है कि कॉविड वैक्सीन टीके से लोगों को किसी भी प्रकार घबराने की जरूरत नहीं। इससे किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता। सभी लोग कोविड वैक्सीन के टीके लगवाने से पहले आधार कार्ड साथ लाएं और अपना नाम रजिस्टर करके कोविड वैक्सीन के टीके लगवाकर अपना भ्रम दूर करें। मुस्लिम समुदाय के मौजिज लोग और नेता लोगों को जागरूक करने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण टीकाकरण की रफ्तार मेवात जिले में सबसे कम नजर आ रही है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूकता के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है।
फोटो
एसएमओ कृष्ण कुमार।

फिरोजपुर झिरका। स्थानीय सीएचसी के अंतर्गत 18 दिन में 1100 से अधिक 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण करा चुके हैं। फिरोजपुर झिरका स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ कृष्ण कुमार ने बताया कि सामुदायिक केंद्रों में टीकाकरण किया जा रहा है। इनमें महिलाओं की भागीदारी भी है।

उन्होंने बताया कि ज्यादातर सरकारी विभागों के कर्मचारियों को टीकाकरण के लिए बुलाया जा चुका है। फिर भी कोई सरकारी कर्मचारी या अधिकारी रह गया है तो टीकाकरण करा सकता है। 45 वर्ष से लेकर 59 वर्ष के गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग भी टीकाकरण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह है, लेकिन मुस्लिम समाज के लोग इनमें कम हैं। फिरोजपुर सीएससी के अंतर्गत लगभग अब तक 2200 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों, होमगार्ड, आंगनवाड़ी, आशा वर्कर तथा नपा सफाईकर्मियों को कॉविड वैक्सीन दी जा चुकी है। मुस्लिम समुदाय के पुरुषों और महिलाओं ने 15 टीके लगवाने की पहल की है।

डॉक्टर केके का कहना है कि कॉविड वैक्सीन टीके से लोगों को किसी भी प्रकार घबराने की जरूरत नहीं। इससे किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता। सभी लोग कोविड वैक्सीन के टीके लगवाने से पहले आधार कार्ड साथ लाएं और अपना नाम रजिस्टर करके कोविड वैक्सीन के टीके लगवाकर अपना भ्रम दूर करें। मुस्लिम समुदाय के मौजिज लोग और नेता लोगों को जागरूक करने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण टीकाकरण की रफ्तार मेवात जिले में सबसे कम नजर आ रही है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूकता के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है।

Source link

Leave a Comment