नोएडा: पिछले कई दिनों से नोएडा में साइकलिंग कर रही महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के मामला सामने आए है। ऐसे में सवाल उठता है कि नोएडा जैसे हाईटेक शहर में क्या महिला सुरक्षित है? क्या कारण है कि महिला खुद को स्वास्थ्य रखने के लिए अगर घर से निकलती है तो उनके साथ बदसलूकी की जाती है? बिते मंगलवार को एक कृतिका नाम कि महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है,क्या पुलिस औऱ प्रशासन के भरोसे खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है? उत्तर है नहीं, हमें भी खुद से प्रयास करते रहना चाहिए, हम आपको बताते हैं कि किस तरह से सेफ्टी फीचर होने चाहिए साइकिल में जिस से महिलाओं से संबधित अपराध को रोका जा सके।
ये होने चाहिए फीचर्स
तरून वाधवा डेयर टू गियर साइकिल वर्ल्ड नाम की कंपनी चलाते है, वो बताते है कि साइकिल बहुत हल्की होती है। उस में हम बहुत कुछ फिट नही कर सकते है,अधीक फीचर्स लगने पर साइकिल का वजन अधिक हो जाएगा जिस से साइकलिंग कर रहे लोगों को परेशानी हो सकती है, लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखकर हम उस में सीसे का प्रयोग कर सकते है,
NOFAA की सदस्य निशा राय निशा राय बताती है
NOFAA की सदस्य निशा राय बताती है की ये कुछ बिंदु हैं जो सवारी करते समय सुरक्षित महसूस करने में मदद कर सकते हैं,याद रखें कि आपने अच्छे स्वास्थ्य और अच्छी सुबह की दिनचर्या के लिए सवारी शुरू की थी, ये घटनाएं आपको कभी डरा नहीं सकतीं, लेकिन आपको अधिक जागरूक और सतर्क बनाती हैं!
ये कुछ बिंदु हैं
हमेशा अतिरिक्त ट्यूब और पंचर किट अपने साथ रखे
अंधेरे के लिए प्रयाप्त रोशनी साथ रखे
बिना हेलमेट के साइकलिंग ना करे
अपने परिवार के साथ-साथ समूह में 8 घंटे के लिए लाइव लोकेशन छोड़ दें।
संकट में होने पर हम एक-दूसरे को बुलाने के लिए सीटी का प्रयोग सकते हैं।
हमेशा सुनिश्चित करें कि पुलिस कि वाहन यदि आपके मार्ग पर है, तो पता होना चाहिए कि आप मार्ग में सक्रिय हैं (उन्हें अभिवादन करके
दस्ताने और घुटने के बैंड खरोंच से बचने में मदद करते हैं।
समूह में होने पर हमेशा एक दूसरे के लिए एक दृश्यमान सीमा में चक्र करें।
NOFAA के अध्यक्ष राजीवा सिंह बताते है
NOFAA के अध्यक्ष राजीवा सिंह बताते है, इस घटना से शहर की महिला साइकिल सवारों में दहशत है। उन्होंने कहा, ‘ऐसी घटनाओं के कारण महिलाओं को लगातार डर सताता रहता है. हम चाहते है कि जिन स्थानों पर हमले हो रहे है, उन जगहों पर पुलिस की पैट्रोलिंग बढ़ाई जाए, नोएडा प्राधिकरण उन जगहों पर उचित रौशनी की व्यवस्था कराए, राजीवा सिंह बताते है कि देश में फिट इंडिया मुहीम चलाई जा रही है, ऐसे में अगर कोई फिट रहने के लिए साईकिल चलाता है, और इस तरह की घटना होती है तो ऐसे में फिट इंडिया कैसे होगा? हम प्राधिकरण से यह भी मांग करते है कि साईकिल चलाने के लिए ट्रैक भी बनवाया जाए।
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